News: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलते देख प्रधानमंत्री मोदी ने देश में 21 दिन का लॉक डाउन करने का ऐलान किया था। लेकिन इस लॉक डाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पर भारी मार पड़ी है। सरकार ने लॉक डाउन के बाद उत्पन्न होने वाली हर स्थिति पर अभी से काम करना शुरू कर दिया है। कोरोनावायरस से हुए लॉक डाउन के असर को कम करने के लिए तथा गिरी हुई अर्थव्यवस्था को फिर से तेज करने के लिए सरकार अगला बूस्टर पैकेज लाने पर विचार कर रही है। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बताया जा रहा है कि अब तक इस पैकेज को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
अगर सरकार इस बूस्टर पैकेज का ऐलान करती है तो कोरोनावायरस के द्वारा उत्पन्न हुई विषम स्थितियों से निपटने के लिए सरकार का यह तीसरा बड़ा कदम होगा। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि अभी 15 अप्रैल को हटाए जा रहे लॉक डाउन के बाद जो स्थितियां बनेंगी सरकार अभी उसी पर फोकस कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि हालांकि पैकेज के बारे में कुछ बातचीत हुई है लेकिन अभी कुछ भी निश्चित रूप से तय नहीं हुआ है। वहीं दूसरी ओर कंजप्शन को फिर से सुचारू रूप से व्यवहार में लाना है इसके लिए कुछ आवश्यक कदम उठाने पड़ेंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि पीएम मोदी द्वारा किए गए लॉक डाउन से कुछ समय पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने करदाताओं तथा सभी कारोबारियों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की थी। लॉक डाउन के दो दिन बाद ही निर्मला सीतारमण ने लॉक डाउन से प्रभावित होने वाले सभी लोगों के लिए 1.7 लाख करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया था।
रविवार को वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने बयान में कहा कि लॉक डाउन के बाद जो स्थितियां उत्पन्न होगी उनके हिसाब से कुछ कल्याणकारी तथा अन्य सरकारी योजनाओं को अंतिम रूप देने की संभावना पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए उनके सामने मंत्रालयों द्वारा दी जाने वाली स्कॉलरशिप, फेलो, रबी की फसल की कटाई जैसे अन्य ऑप्शन है और सरकार एक-एक करके इन सभी पर काम कर रही है।
कोरोना वायरस के बारे में देश में उत्पन्न हो रही स्थितियों का जायजा लेने और उन पर कोई भी फैसला लेने के लिए पीएम मोदी ने एक वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट के 10 ग्रुप बनाए हैं जिनमें से एक ग्रुप को अर्थव्यवस्था से जुड़ी चुनौतियों पर सुझाव देने का काम सौंपा गया है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जिस मंत्रियों के अनौपचारिक ग्रुप की अध्यक्षता कर रहे हैं वह सभी स्थितियों और पहेलियों पहलुओं पर चर्चा कर रहा है।
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